बुधवार, 31 दिसंबर 2008

नया साल मंगलमय हो

हाथ जब मिलाना हो दिल भी साथ रख लेना
दिल अगर नहीं मिलते दोस्ती अधूरी है

आप सब के लिये नये साल की यही हार्दिक शुभकामनायें

5 टिप्‍पणियां:

  1. हाथ जब मिलाना हो दिल भी साथ रख लेना
    दिल अगर नहीं मिलते दोस्ती अधूरी है


    आपकी छोटी-सी रचना का एहसास अंदर तक छू रहा है ………
    बहुत भाव पूर्ण लिखा है आपने …!

    आदरणीया डॉ. अनिता जी सोनी
    सादर सस्नेहाभिवादन !

    नव संवत्सर के अवसर पर मैं आपकी तीन वर्ष पूर्व की नये साल की पोस्ट पर पहुंचा हूं … :)

    आप अब भी नेट पर सक्रिय हों तो , कृपया प्रत्युत्तर देने का श्रम करें …

    हमारे यहां आज गणगौर पर्व भी मनाया जा रहा है …
    गणगौर पर्व और नवरात्रि उत्सव की शुभकामनाएं !

    साथ ही…

    *नव संवत्सर की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !*

    नव संवत् का रवि नवल, दे स्नेहिल संस्पर्श !
    पल प्रतिपल हो हर्षमय, पथ पथ पर उत्कर्ष !!

    चैत्र शुक्ल शुभ प्रतिपदा, लाए शुभ संदेश !
    संवत् मंगलमय ! रहे नित नव सुख उन्मेष !!


    - राजेन्द्र स्वर्णकार

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  5. नजर मिलें और नजरिया न मिलें
    ऐसे में नजराना ऐ नुक़सान रहेगा |
    आँखे मिलें और दिल न मिलें
    ऐसे में नज़ाक़त ऐ नुक़सान रहेगा |
    हाथ मिलें और दिल न मिलें
    ऐसे में नफ़ा ऐ नशकत नहीं नुक़सान रहेगा |
    उनसे मिलना नामुमक़िन है
    जब तक दूसरों पर ध्यान रहेगा |
    ‘नीरज’ तो कल यहाँ न होगा
    उसका गीत-विधान रहेगा |

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